अक्षय तृतीया 2025: महत्व, तिथि और शुभ मुहूर्त



अक्षय तृतीया, जिसे अक्षय तृतीया या 'अक्षय तृतीया' के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। यह तिथि न केवल शुभ होती है, बल्कि इसे विशेष रूप से धन-सम्पत्ति, सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन को लेकर विभिन्न धार्मिक मान्यताएं हैं, जिनसे यह दिन और भी अधिक महत्व प्राप्त करता है।

अक्षय तृतीया 2025 तिथि (Akshaya Tritiya 2025 Date)

अक्षय तृतीया का पर्व हर वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से हर कार्य को शुभ माना जाता है, और इसे सबसे शुभ मुहूर्त के रूप में माना जाता है। साल 2025 में अक्षय तृतीया 5 मई, मंगलवार को पड़ेगा।

अक्षय तृतीया का महत्व

अक्षय तृतीया का हिंदू धर्म में अत्यधिक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। इसे 'अक्षय' यानी कभी न समाप्त होने वाली तिथि कहा जाता है। इस दिन किए गए पुण्य कार्यों का फल कभी भी क्षय नहीं होता, वे हमेशा संचित रहते हैं। इस दिन किए गए धार्मिक कार्य, जैसे पूजा-अर्चना, दान, और यज्ञ, जीवन में समृद्धि, सुख, और मोक्ष की प्राप्ति का कारण बनते हैं।

धन और संपत्ति की प्राप्ति

अक्षय तृतीया को संपत्ति और धन प्राप्ति के लिए एक विशेष रूप से शुभ दिन माना जाता है। इस दिन का सबसे प्रमुख कार्य सोना, चांदी, और अन्य बहुमूल्य वस्तुएं खरीदना माना जाता है। विशेष रूप से सोने की खरीदारी इस दिन अत्यधिक शुभ मानी जाती है।

दान और सेवा का महत्व

अक्षय तृतीया के दिन गरीबों, निर्धनों और जरुरतमंदों को दान देने का भी विशेष महत्व है। यह दिन समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने और दूसरों की मदद करने का एक आदर्श अवसर होता है।

धार्मिक दृष्टिकोण से अक्षय तृतीया

अक्षय तृतीया का भगवान श्री विष्णु से गहरा संबंध है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन त्रेतायुग की शुरुआत हुई थी। भगवान श्री विष्णु ने इस दिन परशुराम भगवान के रूप में अवतार लिया था। इस कारण से इस तिथि को परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।

इस दिन विशेष रूप से श्री विष्णु की पूजा की जाती है, और भक्त उन्हें समर्पण भाव से अर्चना करते हैं। इसके साथ ही इस दिन कोई भी शुभ कार्य आरंभ करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है।

अक्षय तृतीया 2025 का मुहूर्त

अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त हर वर्ष अलग-अलग होता है, और यह तिथि शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। साल 2025 में अक्षय तृतीया का मुहूर्त 5 मई को दोपहर 12:00 बजे से प्रारंभ होगा। इस समय के दौरान किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत की जा सकती है।

निष्कर्ष

अक्षय तृतीया का पर्व हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और शुभ अवसर होता है, जो हमें जीवन Akshaya Tritiya में धर्म, समृद्धि, और उन्नति की दिशा में प्रेरित करता है। 2025 में 5 मई को होने वाली अक्षय तृतीया के दिन सोने की खरीदारी, दान, पूजा और धार्मिक कार्यों के माध्यम से हम अपने जीवन को और भी भाग्यशाली बना सकते हैं। इस दिन भगवान श्री विष्णु की पूजा और परशुराम जयंती के साथ धार्मिक कार्यों में भाग लेकर हम पुण्य के साथ अपने जीवन Akshaya Tritiya में सुख और समृद्धि को आकर्षित कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *